सेवाएं

समेकित बाल विकास सेवा योजना

भारत सरकार दुवारा वर्ष 1975 से समेकित बाल विकास सेवा योजना प्रारंभ की गई थी , जिसके अंतर्गत ग्रामीण तथा शहरी क्षेत्र में निर्धारित जनसँख्या मापदंडो के अनुसार आँगनवाङी केंद्र तथा मिनी आँगनवाङी केंद्र संचालित किए जाते है ।

समेकित बाल विकास सेवा के अंतर्गत दी जाने वाली सेवाए - :

  • पूरक पोषण आहार
  • स्वास्थ्य जांच
  • टीकाकरण
  • पोषण एवं स्वास्थ्य शिक्षा
  • शाला पूर्व अनौपचारिक शिक्षा
  • सन्दर्भ सेवाएं

छत्तीसगढ़ राज्य में 220 एकीकृत बाल विकास परियोजनाएं संचालित है, इन बाल विकास परियोजनाओं में कुल 43763 आगनवाड़ी केंद्र तथा 6548 मिनी आगनवाड़ी केंद्र स्वीकृत है 24 लाख से अधिक हितग्राही एकीकृत बाल विकास परियोजनाओं की सेवाओं का लाभ प्राप्त कर रहे है।

बाल विकास सेवा योजना

योजना का उद्देश्यः-

  • बच्चे के उचित मनोवैज्ञानिक, शारीरिक तथा सामाजिक विकास की नींव रखना।
  • छः वर्ष से कम आयु के बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य की स्थिति को सुधारना।
  • मृत्यु-दर, रूग्णता, कुपोषण और बीच में स्कूल छोड़ने की घटनाओं में कमी लाना।
  • बाल विकास को बढ़ावा देने हेतु विभिन्न विभागों में नीति निर्धारण और कार्यक्रम लागू करने में प्रभावकारी तालमेल कायम करना।
  • उचित सामुदायिक शिक्षा के माध्यम से बच्चों के सामान्य स्वास्थ्य, पोषण तथा विकास सम्बन्धी आवश्यकताओं की देखभाल के लिए माताओं की क्षमता बढ़ाना।
बाल विकास सेवा योजना

संपर्कः-
अपने क्षेत्र में पास के आंगनबाड़ी केन्द्र में अथवा पर्यवेक्षक/बाल विकास परियोजना अधिकारी अथवा जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी/जिला कार्यक्रम अधिकारी/संबंधित जिला कलेक्टर।

सूचना पट्ट