विकेंद्रीकृत पूरक पोषण आहार कार्यक्रम

समेकित बाल विकास सेवा योजना (आई.सी.डी.एस. ) अंतर्गत एवं किशोरी बालिकाओं के लिए पूरक पोषण आहार की व्यवस्था:-

(1)आई.सी.डी.एस. के हितग्राहियों को पूरक पोषण आहार :-

  • प्रदेश में एकीकृत बाल विकास सेवाएँ (आई.सी.डी.एस.) अंतर्गत आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से दी जानी वाली छः सेवाओं में से पूरक पोषण आहार एक महत्वपूर्ण सेवा है।

  • भारत शासन द्वारा पूरक पोषण आहार व्यवस्था के संबंध में दिए गए वित्तीय एवं पोषण मापदण्डों के अनुसार पूरक पोषण आहार का वितरण किया जा रहा है।

  • प्रदेश में आई.सी.डी.एस. अंतर्गत आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से संचालित पूरक पोषण आहार व्यवस्था में छ.ग. खाद्य एवं पोषण सुरक्षा अधिनियम 2012 व राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 प्रभावशील है। हितग्राहियों को खाद्य सुरक्षा अधिनियम एवं भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार पूरक पोषण आहार का वितरण किया जा रहा है।

हितग्राहियों को प्रदाय किए जा रहे पूरक पोषण आहार का विवरण निम्नानुसार हैः-

(1.1) 3-6 वर्ष आयु के सामान्य एवं गंभीर कुपोषित बच्चे:-

  • आंगनवाड़ी केन्द्रों में आने वाले 3 से 6 वर्ष आयु के सामान्य व गंभीर कुपोषित बच्चों को गर्म पके हुए भोजन के साथ नाश्ता भी दिया जा रहा है।

  • गर्म पके हुए भोजन में चांवल, रोटी, मिक्स दाल, रसेदार व सूखी सब्जी, आचार, पापड़, सलाद व गुड़ तथा नाश्ते में रेडी टू ईट फूड का हलवा, पोहा का प्रदाय किया जा रहा है।

  • नाश्ता एवं गर्म पके हुए भोजन की कच्ची सामग्री का (चांवल एवं गेहूं को छोड़कर) प्रदाय महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से किया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में लगभग 18339 महिला स्व सहायता समूहों द्वारा नाश्ता तथा गर्म भोजन का प्रदाय किया जा रहा है।

(1.2) 6 माह से 3 वर्ष आयु के सामान्य एवं गंभीर कुपोषित बच्चे तथा गर्भवती व शिशुवती महिलाएँ:-

  • टेक होम राशन के अंतर्गत इस श्रेणी के हितग्राहियों को गेहूँ आधारित रेडी टू ईट फूड का प्रदाय किया जा रहा है। 6 माह से 3 वर्ष आयु के सामान्य बच्चों को 125 ग्राम तथा 6 माह से 3 वर्ष आयु के गंभीर कुपोषित बच्चों को 200 ग्राम रेडी टू ईट प्रतिदिन (सप्ताह में 6 दिवस हेतु) प्रदाय किया जा रहा है।

  • रेडी टू ईट फूड का निर्माण एवं प्रदाय का कार्य महिला स्व सहायता समूहों द्वारा किया जा रहा है। वर्तमान में प्रदेश में लगभग 1655 महिला स्व सहायता समूहों द्वारा रेडी टू ईट फूड का प्रदाय किया जा रहा है।

  • पूरक पोषण आहार कार्यक्रम के अंतर्गत वर्तमान में 6 माह से 3 वर्ष आयु के 1201389 दर्ज हितग्राहियो के विरूद्ध लगभग 1129688 लाभांवित बच्चों, 3 वर्ष से 6 वर्ष आयु के 1020416 दर्ज हितग्राही के विरूद्ध लगभग 886086 लाभांवित बच्चों तथा 246206 दर्ज गर्भवती माताओ के विरूद्ध लगभग 226111 गर्भवती माताओ एवं 251673 दर्ज शिशुवती माताओ के विरूद्ध 235624 माताओ को लाभांवित किया जा रहा है । इस प्रकार दर्ज 27.19 लाख हितग्राहियो के विरूद्ध लगभग कुल 24.77 लाख हितग्राहियों को लाभांवित किया जा रहा है।

  • पूरक पोषण आहार कार्यक्रम अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 हेतु 74507.75 लाख रूपये का बजट प्रावधान किया गया है जिसके विरूद्ध अब तक 2374.11 लाख रूपये की राशि व्यय हुई है । योजना अंतर्गत होने वाले व्यय का 50-50 प्रतिशत क्रमशः भारत शासन एवं राज्य शासन द्वारा वहन किया जाता है।

2. किशोरी बालिकाओं के लिए योजनांतर्गत पूरक पोषण आहार:-

  • प्रदेश के समस्त जिलों में किशोरी बालिकाओं के लिए योजनांतर्गत पूरक पोषण आहार संचालित है। किशोरी बालिकाओं में कुपोषण चक्र को तोड़ने के लिये गुणवत्तापूर्ण पूरक पोषण आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत 11 से 14 वर्ष आयु की शाला त्यागी किशोरी बालिकाओं को रेडी टू ईट फूड का प्रदाय महिला स्व सहायता समूहों के माध्यम से किया जा रहा है।

  • वर्तमान में किशोरी बालिकाओं के लिये योजनांतर्गत दर्ज 17272 के विरूद्ध लगभग 15981 बालिकाओ को लाभांवित किया जा रहा है ।

  • किशोरी बालिकाओं के लिये योजना अंतर्गत होने वाले व्यय का 50-50 प्रतिशत क्रमशः भारत शासन एवं राज्य शासन द्वारा वहन किया जाता है।

  • किशोरी बालिकाओ के लिए योजना अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 हेतु 603.80 लाख रूपये का बजट प्रावधान किया गया है जिसके विरूद्ध अब तक 9.63 लाख रूपये की राशि व्यय हुई है ।

3. महतारी जतन योजना अंतर्गत गर्भवती महिलाओं को आंगनवाड़ी केन्द्रों के माध्यम से गर्म भोजन का वितरण:-महतारी जतन योजनांतर्गत राज्य की गर्भवती महिलाओं को गर्म भोजन के साथ-साथ टेक होम राशन अंतर्गत रेडी टू ईट फूड दिया जा रहा है। गर्मवती महिलाओं को गर्म भोजन में चांवल, रोटी, मिक्स दाल, रसेदार व सूखी सब्जी, आचार, पापड़, सलाद व गुड़ तथा साथ ही प्रतिदिन (सप्ताह में 6 दिवस हेतु) टेक होम राशन के माध्यम से 75 ग्राम रेडी टू ईट दिया जा रहा है। इस योजनांतर्गत दर्ज 246206 के विरूद्ध लगभग 226111 गर्भवती महिलाएं प्रतिदिन लाभांवित हो रही हैं। इस योजना पर प्रति गर्भवती महिला के लिए 13.50/- रूपये (गर्भवती महिलाओ हेतु 9.50 रूपये व 4.00 रूपये राज्य निधि से) के मान से व्यय किए जा रहे हैं, जिसमें से 8.75 रूपये राज्य निधि से व्यय किया जा रहा है।


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