ई-डॉकेटिंग

शासकीय पत्राचार व सूचना के आदान-प्रदान में होने वाले व्यय व लगने वाले समय को देखते हुए क्लाउड कम्प्यूटिंग तकनीक पर आधारित ई-डॉकेट सॉफ्टवेयर का विकास विभाग द्वारा किया गया । डाक्यूमेंट शेयरिंग पद्धति पर आधारित ई-डाकेट साफ्टवेयर के प्रथम चरण का शुभारंभ विभाग द्वारा दिनांक 01 सितंबर 2012 को किया गया । प्रथम चरण में इसे समस्त 27 जिले, संचालनालय व मंत्रालय के उपयोग हेतु लागू किया गया है।
क्लाउड कम्प्यूटिंग आधारित इस तकनीक के क्रियान्वयन से स्टेश्नरी, फैक्स आदि की लागत में कटौती हुई है वही दूसरी ओर पत्रों के आदान-प्रदान की गति में 10 गुना से अधिक की वृद्धि हुई है । ई-डॉकेट प्रथम की सफलता के बाद ई-डॉकेट द्वितीय का संचालन चिप्स के सहयोग से जून 2015 से आरम्भ किया गया है | दूसरे चरण में सभी 27 जिले, 220 परियोजनाएं , 3 प्रशिक्षण केंद्र व शासकीय बोर्ड / आयोग को भी जोड़ा गया है | इस अभिनव प्रयास से मैदानी स्तर तक पत्राचार की लागत में कटौती गति में भारी वृद्धि हुई है |

सॉफ्टवेयर

Award

प्रमाणपत्र

सूचना पट्ट